जब हम फलदार पौधे लगाते हैं, तो इसका लाभ केवल इंसानों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि पूरे पारिस्थितिकी तंत्र (इकोसिस्टम) को इसका गहरा लाभ मिलता है। यह न केवल धरती की हरियाली बढ़ाते हैं, बल्कि जैव विविधता को सहेजने का काम भी करते हैं, साथ ही पौष्टिक फल देकर भोजन का प्राकृतिक स्रोत भी बनते हैं। 1. जैव विविधता को बढ़ावा आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती है — तेजी से घटती जैव विविधता। जब जंगल कटते हैं या बाग-बगिचे नष्ट होते हैं, तो पक्षी, मधुमक्खी, तितली, गिलहरी जैसे छोटे-छोटे जीवों का जीवन संकट में आ जाता है। फलदार पौधे जैसे आम, जामुन,शहतूत अमरूद, आंवला, कटहल, अनार आदि न केवल मनुष्य के लिए लाभकारी होते हैं बल्कि ये अनेक जीवों के लिए भोजन और आश्रय भी प्रदान करते हैं। 🌿 जब पेड़ों पर फूल आते हैं, तो मधुमक्खियाँ, तितलियाँ पराग एकत्र करने के लिए आकर्षित होती हैं। 🌿 पकने वाले फल पक्षियों, गिलहरियों और अन्य वन्य जीवों के भोजन का स्रोत बनते हैं। 🌿 घने पत्तों में पक्षी घोंसला बनाते हैं और अपने बच्चों को पालते हैं। 🌿 छोटे कीड़े और मिट्टी के जीवों को भी इन पौधों से भोजन और रहने की जगह मिलती है। इस प्रकार फलदार पौधे जैव विविधता को सहेजते हैं, जो पर्यावरण के संतुलन के लिए अत्यंत जरूरी है। अगर ये जीव-जन्तु न रहें तो परागण और बीजों का फैलाव नहीं होगा और इससे पूरी प्रकृति प्रभावित होगी। 2. भोजन का प्राकृतिक स्रोत फलदार पौधे न केवल हरियाली का काम करते हैं बल्कि यह स्वस्थ और ताजे भोजन का भी सीधा स्रोत बनते हैं। 🌳 एक आम का पेड़ हो या आंवला का, एक बार लग जाए तो वर्षों तक वह घर के लिए ताजे और बिना रसायन वाले फल देता है। 🌳 बाजार में मिलने वाले फलों में अक्सर रसायन या केमिकल लगे होते हैं, लेकिन अपने लगाए हुए पेड़ों के फल बिल्कुल शुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। 🌳 बच्चों को घर के आँगन में लगे फलों से ही ताजगी और पौष्टिकता मिलती है। 🌳 ग्रामीण क्षेत्रों में तो कई बार फलदार पेड़ों से ही परिवार का नाश्ता और बच्चों का भोजन भी तैयार हो जाता है। एक फलदार पेड़ यदि हर घर में लगाया जाए तो पोषण की कमी की समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकता है। पुनः आग्रह /अपील हम अगर अपने घर, मोहल्ले, स्कूल, खेत, गाँव में हर साल 1-2 फलदार पौधे लगाएँ और उनकी ठीक से देखभाल करें, तो हम दो बड़े काम करेंगे — 👉 धरती पर जैव विविधता को बचाएँगे। 👉 लोगों को पौष्टिक फल देकर स्वास्थ्य में सुधार लाएँगे। तो आइए, इस वर्ष यह संकल्प लें — हर साल कम से कम एक फलदार पौधा अवश्य लगाएँ, ताकि धरती फिर से हरी-भरी हो जाए, और प्रकृति में जीवन का संगीत फिर से गूँज उठे। 🌳🌼🕊️ महेश तिवारी प्रकृतिप्रेमी सागर 8871135515