आजकल सहारा रिफंड पोर्टल पर निरस्त हो रहे आवेदनों के मामले में एक नया संकट उत्पन्न हुआ है, जिसमें नागरिकों के सामान्य आर्थिक सहायता की नीति का दोषपूर्ण इस्तेमाल और घोटाले की संभावना सामने आई है। इस मामले में विस्तार से जानकारी प्रस्तुत करते हैं:
**सहारा रिफंड पोर्टल का उद्देश्य**: सहारा रिफंड पोर्टल एक ऐसा डिजिटल प्लेटफार्म है जिसका उद्देश्य सहारा सोसाइटी में लोगों के जमा पैसे वापिस करने के लिए किया गया है इसके द्वारा वह सहारा रिफंड प्राप्त कर सकते हैं।
विवाद-: यह पोर्टल शुरू से ही समस्या और संदेहास्पद रहा है चाहे इसका प्रारंभ में सही से कार्य ना करना हो या पोर्टल का ना खुलना हो।
अभी कुछ समय पूवॆ भी यह पोर्टल विवाद में आया था जब जमा राशि प्राप्त करने के लिए किऐ गऐ आवेदनों को पोर्टल पर login करने पर कोई जानकारी नहीं दिख रही थीं आवेदन की स्थिति के बारे में जब आवेदकों में परेशानी बड़ी और यह मामला सामने आया विरोध हुआ एवं विवाद वढ़ते देख पोर्टल पर किऐ गऐ आवेदनो की स्थिति अपडेट की गई एवं सभी आवेदन Underpross दिखाई देने लगे,
परन्तु पिछले एक दो दिन से फिर से एक विवादित स्थिति सामने आ रही हैं पोर्टल पर रिफंड के लिए किए गए आवेदनों को निरंतर निरस्त किया जा रहा है जिसकी जानकारी आवेदकों को मैसेज के द्वारा की जा रही हैं
यह यह किसी एकदो लोगों के साथ नहीं अपितु आवेदन किऐ अधिकतम आवेदकों के साथ हो रहा है जिन्के 45 दिन पूरे हो चुकें है
**निरस्त हो रहे आवेदनों की संख्या का बढ़ता ग्राफ**: हाल के समय में, सहारा रिफंड पोर्टल पर निरस्त हो रहे आवेदनों की संख्या में गहरी वृद्धि दर्ज की गई है। इससे यह सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हो रहा है और क्या इसमें दोषपूर्णता की संभावना है।
मैसेज मे यह भी बताया जा रहा है कि पोर्टल पर login करके जो कमी या गलती है उसे देख सकते है हालांकि login करने पर आवेदन Underpross ही दिखा रहा है आवेदन की कोई गलती या कमी नहीं बताई गई हैं।
**सरकारी नीति और दोषपूर्णता**: कई विशेषज्ञ और सोशल एक्टिविस्ट्स ने सुझाव दिया है कि सरकार द्वारा सहारा रिफंड पोर्टल पर निरस्त हो रहे आवेदनों के पीछे दोषपूर्ण नीति हो सकती है। इसका मतलब है कि निरस्त आवेदन ग्राहकों को उनके निजी वित्तीय हक से वंचित कर सकते हैं और इसका उपयोग सरकार लाभ के लिए किया जा रहा हो।
**घोटाले की संभावना**: इसके अलावा, घोटाले की संभावना भी खड़ी है कि सहारा रिफंड पोर्टल के आवेदनों को दुरुपयोग करके धन का दुरूपयोग हो सकता हैं। इसका पता लगाने के लिए जांच आवश्यक है कि क्यों आवेदनों को निरस्त किया जा रहा है और अगर है, तो क्यों।
**नागरिकों की चिंता**: इस मामले में नागरिकों में चिंता और उलझन फैल गई है। वे सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं और सहारा रिफंड पोर्टल के प्रबंधन के कार्य प्रणाली पर शंका
नागरिकों का मामना यह भी है कि सरकार ने स्वयं के प्रचार के लिए एह पोर्टल लॉन्च किया गया है तथा वास्तविक रूप से इसकी कार्यप्रणाली दोषपूर्ण नजर आती हैं