*हित के सृजन एवं अहित के विसर्जन के लिए शिक्षा जरुरी - निर्यापक मुनि योगसागर*
108 विद्यार्थियों को दयोदय प्रतिभा सम्मान एवं छात्रवृति मिली
*प्रतिभाओं की खोज करना समाज का दायित्व- शैलेन्द्र जैन*
सागर / आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि दिवस के अवसर पर दयोदय श्री विद्या निधि फाऊँडेशन के द्वारा रविवार को कवि पद्माकर सभागार में आयोजित एक समारोह में 2395 विद्यार्थियों में चयनित 108 विद्यार्थियों को दस- दस हजार रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की गई एवं उनको दयोदय प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर अपने आशीष वचन में निर्यापक मुनि श्री योगसागर महाराज ने कहा कि हित के सृजन एवं अहित के विसर्जन के लिए शिक्षा बहुत जरुरी है । यदि शिक्षा मातृभाषा में दी जाए तो ज्ञान व व्यक्तित्व का विकास ज्यादा तेजी से होता है । विद्यार्थियों को प्रेरणास्पद वक्तव्य देते हुए मुनि श्री नीरोग सागर महाराज ने कहा कि शिक्षा आजीविका का साधन ही नहीं वरन जीवन को स्वाभिमान बनाने के लिए जरुरी है । अब्राहिम लिंकन एवं डाॅ.हरिसिंह गौर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिभा साधनों की मोहताज नहीं होती ।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि प्रतिभाओं की खोज करना समाज का भी दायित्व है । सागर में इस तरह का प्रयास विद्यार्थियों के उत्थान में सहयोगी बनेगा ।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में परिवार न्यायालय रायसेन के प्रधान न्यायाधीश अरविन्द जैन , संयुक्त संचालक शिक्षा मनीष वर्मा , जिला शिक्षाधिकारी अरविन्द जैन , समाजसेवी महेश बिलहरा ने भी शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रयोग की सराहना की ।
प्रतिभा स्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ से सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली तीन छात्राओं आर्या रेले , तन्वी जैन एवं सौम्या जैन को इक्कीस- इक्कीस हजार रुपए एवं प्रशस्तिपत्र प्रदान किया गया ।
सागर विकासखंड स्तर पर आयोजित छात्रवृत्ति में चयनित 108 विद्यार्थियों को दस-दस हजार रूपए, मेडल एवं प्रशस्तिपत्र के साथ एक स्कूल बैग भी प्रदान किया गया । इस अवसर पर शतायु वर्ष वाले सागर के एक मात्र स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ताराचंद जैन का भी सम्मान किया गया । समारोह का संचालन वीरेन्द्र मालथौन ने किया । आभार राहुल जैन ने माना ।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंगल पाठ से किया गया । डाॅ.मनीष जैन ने स्वागत भाषण दिया एवं प्रियेश जैन ने छात्रवृत्ति योजना के संबंध में जानकारी दी । परम संरक्षक सुरेन्द्र मालथौन ने आचार्य विद्यासागर महाराज के भारत एवं हिन्दी प्रेम को अपने शब्दों में रखा । इस अवसर पर सुनील देव , प्रकाश चौबे , आलोक अग्रवाल , ज्ञानचंद जैन , रिषभ गोयल , सुभाष खाद , सुनील जैन एडीना , संजीव दिवाकर, शैलेन्द्र जैन शालू , रिषभ लालो , दीपक बहेरिया , सौरभ सिंघई , मधुर जैन , पीयूष वारदाना , सौरभ उपकार, श्रुतांश जैन सहित 108 छात्रवृत्ति के प्रायोजकों के परिवार जन , सभी चयनित स्कूलों के प्राचार्य, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे । अंत में तीन विद्यार्थियों आकाश पटेल , आस्था तिवारी एवं मुस्कान जैन ने आयोजकों का आभार माना । संस्था के निदेशक मंडल के सदस्यों विकास सिंघई, आकाश जैन , मनीष जैन निर्माण, आशीष सिंघई, सचिन राजकमल ने बताया कि बैंक चेक की संभावित समस्या को देखते हुए 20 फरवरी को सभी 108 विद्यार्थियो के बैंक खातों मे दस दस हजार की छात्रवृत्ति की रकम ऑन लाइन जमा कर दी जाएगी । इसके लिए सभी विद्यार्थियों से बैंक विवरण अज जमा करा लिए गए हैं । प्रतिभा स्थली की तीन छात्राओं को भी 20 फरवरी को उनकी सम्मान निधि सीधे बैंक खातों में जमा करा दी जाएगी ।