दिनांक 08.07.2025 को आरपीएफ विदिशा स्टेशन पर पदस्थ ASI मुकेश कुमार एवं आरक्षक इंदर यादव गश्त के दौरान प्लेटफॉर्म क्रमांक 01 पर एक बच्चे को मिले, जो अकेला, घबराया हुआ अवस्था में था। पूछताछ में बच्चे ने अपना नाम तो सही बताया लेकिन न तो घर का पता स्पष्ट बता पा रहा था और न ही परिजनों का मोबाइल नंबर बता पा रहा था। उसने सिर्फ इतना बताया कि वह सागर जिले का निवासी है। गलती से खेलते हुए ट्रेन में चढ़ गया था और विदिशा पहुंच गया बच्चे की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए आरपीएफ विदिशा द्वारा तत्काल थाना प्रभारी गोपाल गंज सागर श्री राजेंद्र सिंह कुशवाह के माध्यम से सागर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। बच्चा केवल यह बता पा रहा था कि वह "वार्ड क्रमांक 5, का रहने वाला है। इस सीमित सूचना के आधार पर सागर कंट्रोल रूम में पदस्थ उप निरीक्षक (रेडियो) श्री आर.के.एस. चौहान द्वारा सूझबूझ एवं सतर्कता से बच्चे से बातचीत की गई। बातचीत के दौरान उप निरीक्षक चौहान द्वारा यह अनुमान लगाया गया कि बच्चा थाना सानोधा क्षेत्र अंतर्गत गणेशगंज का निवासी हो सकता है। तत्काल थाना प्रभारी सानोधा को सूचना देकर गणेशगंज क्षेत्र में चौकी शाहपुर से पुलिस स्टाफ भेजा गया। क्षेत्र में सूक्ष्म खोजबीन एवं कई घंटों की मेहनत के बाद बच्चे के निवास स्थान की पहचान हो सकी। पता चला कि परिजन काफी समय से बच्चे की तलाश में परेशान थे। सागर कंट्रोल रूम से सम्पर्क कर परिजनों को जानकारी दी गई, जिसके बाद वे तुरंत विदिशा पहुंचे। विदिशा आरपीएफ थाने में आवश्यक दस्तावेजी कार्यवाही के उपरांत बच्चे को उसके बड़े भाई के सुपुर्द किया गया। बच्चे के सकुशल मिलने पर परिजनों ने पुलिस कंट्रोल रूम सागर, विदिशा आरपीएफ, थाना गोपालगंज एवं थाना सानोधा पुलिस टीम का ह्रदय से आभार प्रकट किया। इस घटनाक्रम में RPF विदिशा एवं सागर पुलिस की संयुक्त सूझबूझ, त्वरित प्रतिक्रिया तथा पुलिस टीम की लगातार चार-पांच घंटे की मेहनत के परिणामस्वरूप एक मासूम बालक को सुरक्षित उसके परिजनों से मिलवाया जा सका। यदि यह तत्परता नहीं दिखाई जाती, तो कोई अनहोनी भी हो सकती थी। सागर पुलिस नागरिकों की सुरक्षा एवं सहयोग हेतु सदैव तत्पर है